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Showing posts from June, 2012

14th Day :: A story very close to the Truth

 एक समय भारत में एक राजा रहता था . उसका पूरे भारत में शासन था .  उसने अपनी प्रजा के लिए कुछ नियम-क़ानून( एक तरह से धर्म )  बनाए थे  जिससे उसकी प्रजा में अधिक से अधिक लोग, अधिक से अधिक   खुश रह सकें .  उस राजा के दो बेटे थे .  उसने अपने बेटों को ऊँची से ऊँची शिक्षा दिलाई लेकिन कहीं कुछ कमी रह गयी . जिस वजह से दोनों हमेशा आपस में लड़ते रहते और एक दुसरे को नीचा दिखाने का मौका ढूँढते रहते .   जब राजा बूढा हो गया तो उसने अपनी सम्पत्ति का बँटवारा करने की सोची .  सारी धन-दौलत और राज्य का बराबर-बराबर  बँटवारा होने के बाद जब धर्म की बात आई तो दोनों बेटों  ने एक समान धर्म अपनाने से मना कर दिया .  अब दोनों में खुद को श्रेष्ठ साबित करने की होड़ लग गयी . दोनों ने अपना अलग धर्म बनाना शुरू किया .  एक ने कहा कि वो सूर्य की पूजा करेगा , सूर्य के उगने की दिशा को पवित्र मानेगा और सूर्य पर आधारित तिथियों   को ही मानेगा .  वहीं दुसरे ने इसके ठीक विपरीत चन्द्रमा को पूजा के लिए और पश्चिम को पवित्र दिशा माना . भोज्य पदार्थों का बँटवारा हुआ तो एक ने शाकाहार तो दुसरे ने माँसाहार को प्राथमिकता दी .  लिख

13th Day :: A story close 2 d truth

`एक  बार 1 छोटा लड़का ,1 काला गरीब आदमी ,1 गोरा धनी आदमी और 1 माँसाहारी आदमी समुद्र के किनारे बैठे थे .उस समय तक कोई विशेष धर्म नहीं था .लोग बस ये जानते थे कि हर जीव को और हर वस्तु को ,जिसे वो देख सकते हैं या महसूस कर सकते हैं , उन सबको किसी एक ही शक्ति ने बनाया है जिसे वो भगवान् कहते हैं . बातों  ही बातों में उनमे ये होड़ लग गयी कि कौन भगवान को ज्यादा जानता है और कौन भगवान का ज्यादा प्रिय     है . उस समय उनकी स्थिति 'पांच अंधों ने हाथी को देखा' जैसी ही थी और उन्ही अंधों की  तरह उन्होंने भगवान को जानने का प्रयास किया . बहुत दिमाग लगाने  के बाद छोटे बच्चे ने सोचा कि उसका  सबसे प्रिय खेलने वाला गुड्डा है , तो भगवान् ज़रूर उसके गुड्डे जैसा ही दिखाई देता होगा .सो उसने भगवान् के रूप में एक गुड्डे की मूर्ति रेत से बनाई . फिर अपने भगवान् का प्रिय बनने के लिए उन्हें खुश करने की सोची . उसके दिमाग में एक बात आई कि उसे टॉफी ,बिस्किट     बहुत पसंद है इसलिए भगवान को भी ये ज़रूर पसंद होगी . इसलिए उसने उस गुड्डे की मूर्ति को टॉफी और बिस्किट चढ़ा दिए .  दूसरे काले आदमी ने सोचा कि भगवान्